हस्तशिल्प मेला : मूंज और जूट के उत्पाद सर्वाधिक बिके
झांसी, 11 दिसंबर (हि.स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित बुंदेलखंड स्तरीय हस्त-शिल्प मेला और थीमेटिक प्रदर्शनी-2024 कल यानी 12 दिसंबर की शाम को संपन्न हो जाएगी। यह बुधवार को भी युवाओं के आकर्षण का केंद्र बनी रही। मूंज और जूट के हस्तशिल्पियो
खरीदारी करते लोग


झांसी, 11 दिसंबर (हि.स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित बुंदेलखंड स्तरीय हस्त-शिल्प मेला और थीमेटिक प्रदर्शनी-2024 कल यानी 12 दिसंबर की शाम को संपन्न हो जाएगी। यह बुधवार को भी युवाओं के आकर्षण का केंद्र बनी रही। मूंज और जूट के हस्तशिल्पियों के उत्पाद सर्वाधिक बिके।

इस मेले में टेराकोटा, पत्थर, मूंज, जूट और जलकुंभी से सजावटी एवं उपयोगी सामान बनाने वाले हस्त शिल्पियों के पास अच्छी भीड़ जुट रही है। हिमाचल की टोपियां और आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां भी लोगों को अपनी ओर खींच रही हैं। इस मेले में बुंदेलखंड के सभी जिलों के हस्तशिल्पी और उद्यमी जूट के बैग, कारपेट, दरी, लकड़ी के खिलौने, पत्थर की मूर्तियां, जरी जरदोजी, सजर पत्थर, चमड़े के विभिन्न उत्पाद लेकर आए हैं। हिमाचल और उत्तराखंड के गर्म वस्त्रों का भी एक स्टाल भी है।

मेला संयोजक एवं ललित कला संस्थान के शिक्षक दिलीप कुमार ने बताया कि इस हस्त शिल्प मेले का समापन बृहस्पतिवार को हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मेले में आए हस्तशिल्पियों को देखकर युवाओं को स्वरोजगार के विभिन्न तौर तरीके समझ में आए हैं। वे भी स्वरोजगार को प्रेरित होंगे। आज बुधवार दोपहर बाद युवाओं की अच्छी संख्या मेला स्थल पर जुटी। आज डाॅ. कौशल त्रिपाठी, डाॅ. श्रीहरि त्रिपाठी, डाॅ. जय सिंह, उमेश शुक्ल, डाॅ. राघवेन्द्र दीक्षित, डाॅ. अभिषेक कुमार, डाॅ. श्वेता पाण्डेय, डाॅ. सुनीता, डाॅ. अंकिता शर्मा, डाॅ. अजय कुमार गुप्ता, डाॅ. संतोष कुमार, वीरेंद्र अहिरवार आदि ने हस्त शिल्पियों का उत्साहवर्धन किया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया