एफपीओ के कार्यों की समीक्षा, कृषि उत्पादन बढ़ाने पर जोर 
- कृषकों को नई तकनीक और मार्केटिंग से जोड़ने पर बल गोपेश्वर, 11 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) तथा राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) की ओर से समर्थित जिले के कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के कार्यों एवं उपलब्ध
गोपेश्वर में कृषक उत्पादक संगठनों की समीक्षा बैठक लेते हुए डीएम।


- कृषकों को नई तकनीक और मार्केटिंग से जोड़ने पर बल

गोपेश्वर, 11 दिसम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) तथा राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) की ओर से समर्थित जिले के कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के कार्यों एवं उपलब्धियों को लेकर बुधवार को जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक हुई। जिसमें केंद्र पोषित योजनाओं के तहत कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए योजनबद्व तरीके से काम किया जाना आवश्यक है। उन्होंने जिले में संचालित कृषक उत्पादक संगठनों के संचालकों को निर्देशित किया कि कृषि एवं बागवानी उत्पादन बढ़ाने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करते हुए एक माह के भीतर मुख्य कृषि अधिकारी को उपलब्ध करें। जिलाधिकारी ने मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि कृषि उत्पादक संगठनों के साथ बैठक करते हुए विभागों के माध्यम से संचालित सभी योजनाओं की जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने पर विशेष फोकस रहे। इससे कृषि उत्पादक संगठनों को अधिक फायदा होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को न्यूनतम कीमतों पर खाद, बीज, रसायन और अन्य कृषि निवेशों की सुविधा मिले और उनके उत्पादों का अधिकाधिक मूल्य प्राप्त हो। इसके लिए एफपीओ को विपणन की कारगर रणनीति तय करनी होगी। किसानों को खेती-बागवानी में नए तौर-तरीकों व तकनीकों की जानकारी और बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए लाभांश का वितरण करने जैसे कदम उठाए जाने चाहिए। जिलाधिकारी ने कृषि उत्पादक संगठनों को ऑनलाइन प्लेटफार्म और डिजीटल तकनीकों का इस्तेमाल कर उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि वह अपने प्रदर्शन में सुधार लाकर सदस्यों की संख्या एवं कारोबार को बढाने पर भी विशेष ध्यान दें। तभी यह संगठन आत्मनिर्भर बन सकेंगे और किसानों को अधिक लाभ प्रदान करने में सक्षम हो सकेंगें। जिलाधिकारी ने कृषि उत्पादक संगठनों को अपने प्रदर्शन में अपेक्षित सुधार के निर्देश भी दिए। डीडीएम नाबार्ड ने बताया कि जिले में चमोली जनपद के सभी विकास खंडों में कुल 11 एफपीओ संचालित किए जा रहे हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, सहायक परियोजना अधिकारी केके पंत, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह, डीडीएम नाबार्ड श्रृयांश जोशी, एलडीएम डीएस गर्ब्याल आदिह मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल