शक्तिकांत दास ने कार्यकाल के अंतिम दिन सहयोगियों का जताया आभार 
- कहा, राजकोषीय-मौद्रिक समन्वय पिछले 6 वर्षों में अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर रहा मुंबई/नई दिल्ली, 10 दिसंबर (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कार्यकाल के अंतिम दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री न
कार्यकाल के अंतिम दिन मीडिया को संबोधित करते शक्तिकांत दास


- कहा, राजकोषीय-मौद्रिक समन्वय पिछले 6 वर्षों में अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर रहा

मुंबई/नई दिल्ली, 10 दिसंबर (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कार्यकाल के अंतिम दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अपने सहयोगियों के प्रति आभार जताया। उन्होंने केंद्रीय बैंक का नेतृत्व करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि पिछले छह साल में राजकोषीय-मौद्रिक समन्वय अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर रहा।

केंद्र सरकार ने गवर्नर शक्तिकांत दास की जगह संजय मल्होत्रा को अगला गवर्नर नियुक्त किया है। मल्‍होत्रा 11 दिसंबर को पदभार संभालेंगे। शक्तिकांत दास 12 दिसंबर, 2018 को आरबीआई के गवर्नर बनाए गए थे। बाद में तीन साल के लिए उनके कार्यकाल में विस्तार किया गया था। दास ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने अनुभवों को साझा करने के साथ सभी का धन्‍यवाद किया। उन्होंने केंद्रीय बैंक का नेतृत्व करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्‍होंने कहा कि पिछले छह साल में राजकोषीय-मौद्रिक समन्वय अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर रहा। उन्‍होंने सरकार, हितधारकों और अपने सहयोगियों को कार्यकाल के दौरान समर्थन और योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।

शक्तिकांत दास ने अपने संबोधन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को उनके निरंतर समर्थन और सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया। उन्‍होंने कहा कि राजकोषीय-मौद्रिक समन्वय अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर था और उन्होंने हमें पिछले छह वर्षों के दौरान कई चुनौतियों से निपटने में मदद की। वित्तीय क्षेत्र और अर्थव्यवस्था के सभी हितधारकों, विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों, उद्योग निकायों और संघों, कृषि, सहकारी और सेवा क्षेत्रों के संगठनों को उनके इनपुट और नीतिगत सुझावों के लिए भी धन्यवाद दिया।

इसके साथ ही आरबीआई की पूरी टीम को धन्यवाद देते हुए दास ने कहा कि हमने मिलकर अभूतपूर्व वैश्विक झटकों के असाधारण कठिन दौर को सफलतापूर्वक पार किया है। उन्होंने कहा कि आरबीआई एक भरोसेमंद और विश्वसनीय संस्था के रूप में और भी आगे बढ़े, यही कामना है। आप सभी को मेरी शुभकामनाएं।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर