उपायुक्त ने उधमपुर में पीएम जन विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन, पीएम एसएचआरआई स्कूलों के कामकाज की समीक्षा की
उधमपुर 08 नवंबर (हि.स.)। उधमपुर की उपायुक्त सलोनी राय ने जिले में पीएम श्री स्कूलों और पीएम जन विकास कार्यक्रम योजना के कार्यान्वयन में प्राप्त भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई। बैठक में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राजिंदर सिं
उपायुक्त ने उधमपुर में पीएम जन विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन, पीएम एसएचआरआई स्कूलों के कामकाज की समीक्षा की


उधमपुर 08 नवंबर (हि.स.)। उधमपुर की उपायुक्त सलोनी राय ने जिले में पीएम श्री स्कूलों और पीएम जन विकास कार्यक्रम योजना के कार्यान्वयन में प्राप्त भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई।

बैठक में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राजिंदर सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त प्रेम सिंह, मुख्य योजना अधिकारी मोहम्मद इकबाल, सहायक आयुक्त विकास डॉ. रणजीत सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी भी शामिल हुए।

मुख्य शिक्षा अधिकारी ने जिले में पीएम एसएचआरआई स्कूलों द्वारा 26 परिकल्पित मापदंडों की संतृप्ति में हासिल की गई प्रगति पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।

उपायुक्त ने बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और आवश्यक मानकों को पूरा करने के लिए पीएम एसएचआरआई योजना के तहत प्रदान किए गए धन के इष्टतम उपयोग का आह्वान किया। डीसी ने स्कूलों के समग्र विकास के लिए प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों के महत्व पर प्रकाश डाला।

नोडल अधिकारियों को योजना के मापदंडों में प्रगति का आकलन करने और व्यय पैटर्न की निगरानी के लिए नामित पीएम एसएचआरआई स्कूलों का क्षेत्रीय दौरा करने के लिए कहा गया।

उपायुक्त ने प्रभागीय वन पदाधिकारी से पीएम श्री स्कूलों में इको-क्लब की स्थापना को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने अधिकारियों से इन स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना में तेजी लाने का भी आह्वान किया और जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी को पीएम एसएचआरआई स्कूलों को प्राथमिकता के साथ धन आवंटित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने अगले वित्तीय वर्ष तक पीएम एसएचआरआई योजना के सभी मापदंडों में 100 प्रतिषत संतृप्ति हासिल करने पर जोर दिया।

उपायुक्त ने सहायक शिक्षण माहौल को बढ़ावा देने के लिए पीएम एसएचआरआई स्कूलों में शैक्षिक मानकों और बुनियादी ढांचे को और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। सीखने के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में पीने के पानी की सुविधा, कार्यात्मक प्रयोगशालाएं, इंटरनेट कनेक्टिविटी और बिजली जैसी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी