उत्तराखंड बिहारी महासभा ने छठ पूजा के लिए अवकाश की मांग की
देहरादून, 04 नवंबर(हि.स.)। उत्तराखंड बिहारी महासभा ने राज्य सरकार से आठ नवंबर को मनाए जाने वाले छठ पूजा के अवसर पर एक दिन का अवकाश घोषित करने का आग्रह किया है। संगठन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यह मांग की है। संगठन के अध्यक्ष ललन सिंह और महासचिव चं
मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र


टपकेश्वर घाट पर सफाई करते कार्यकर्ता


देहरादून, 04 नवंबर(हि.स.)। उत्तराखंड बिहारी महासभा ने राज्य सरकार से आठ नवंबर को मनाए जाने वाले छठ पूजा के अवसर पर एक दिन का अवकाश घोषित करने का आग्रह किया है। संगठन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यह मांग की है।

संगठन के अध्यक्ष ललन सिंह और महासचिव चंदन झा का कहना है कि वे पिछले 17 वर्षों से उत्तराखंड में छठ पूजा का आयोजन कर रहे हैं। इस वर्ष पांच नवंबर से व्रत शुरू होगा और आठ नवंबर को ऊषा अर्घ्य के साथ समापन होगा। उन्होंने आठ तारीख की अवकाश की मांग की है।

महासभा ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से छठ पूजा के दौरान टपकेश्वर महादेव मंदिर, चंद्रमणि मंदिर और प्रेम नगर पुल के नीचे आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था, एंबुलेंस और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।

बिहारी महासभा के सदस्य छठ घाटों को सजाने और साफ-सफाई का कार्य कर रहे हैं। संगठन ने टपकेश्वर मंदिर तमसा नदी के प्रांगण में कद्दू भात का प्रसाद वितरण करने की भी व्यवस्था की है।

छठ पूजा सूर्य देव और छठी माता की उपासना का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस पर्व में व्रत रखकर सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। मान्यता है कि छठ पूजा करने से सुख-समृद्धि और संतान प्राप्ति होती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राम प्रताप मिश्र