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-किसानों के घर पहुंचा नोटिस तो खुला चिट्ठा, डीजीपी ने दिए थे मुकदमा दर्ज करने के आदेश
हरिद्वार, 3 नवंबर (हि.स.)। किसानों के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों का फसल ऋण लेने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। यह मामला तब प्रकाश में आया जब किसानों को ऋण वसूली के नोटिस प्राप्त हुए।
जानकारी के मुताबिक थाना झबरेड़ा क्षेत्र के वास्तविक किसानों और कई मजदूरों (जिन्हे किसानाें के रूप में दर्शाया गया) के नाम पर फर्जी तरीके से बैंक अकाउंट खुलवाकर व कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा से वर्ष 2008 से वर्ष 2020 तक फसल ऋण लिये गए थे। इस धाेखाधड़ी के बारे में किसानाें और मजदूराें को खबर ही नहीं थी।
लोन की किस्त जमा न होने पर पंजाब नेशनल बैंक द्वारा संबंधित के नाम पर नोटिस जारी किए गए। किसानों एवं मजदूरों को जब बैंक नोटिस मिला तो पूछताछ करने पर उन्हें इस जालसाजी का पता चला।
जालसाजी का पता चलने पर तत्कालीन चौकी प्रभारी इकबालपुर, मोहन कठैत ने 19 अप्रैल 2021 को शुगर मिल प्रबंधक और तत्कालीन बैंक मैनेजर पीएनबी इकबालपुर के विरुद्ध थाना झबरेडा में मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमें की प्रारम्भिक विवेचना जनपद हरिद्वार में ही होने के पश्चात अग्रिम विवेचना आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) सीबीसीआईडी देहरादून में स्थानान्तरित हुई। वर्तमान विवेचक निरीक्षक वेद प्रकाश थपलियाल ने इस मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ नोटिस जारी किए थे।
कार्यवाही करते हुए झबरेड़ा पुलिस ने दो आरोपितों पवन ढींगरा तत्कालीन केन मैनेजर, शुगर मिल इकबालपुर, वर्तमान में केन मैनेजर, लक्सर शुगर मिल में तैनात और उमेश शर्मा तत्कालीन एकाउंट मैनेजर, शुगर मिल इकबालपुर, वर्तमान में शाकुम्भरी शुगर मिल, बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर तैनात को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस तीन अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला