पूजा-अर्चना के बाद यमुनोत्री धाम के कपाट बन्द
इस वर्ष सात लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे यमुनोत्री धाम शीतकाल में खरसाली के मंदिर में हाेगी यमुना की पूजा उत्तरकाशी, 3 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड के चार धामाें में प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा अ
भैयादूज पर यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए हुए बन्द


भैयादूज पर यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए हुए बन्द


इस वर्ष सात लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे यमुनोत्री धाम

शीतकाल में खरसाली के मंदिर में हाेगी यमुना की पूजा

उत्तरकाशी, 3 नवंबर (हि.स.)। उत्तराखंड के चार धामाें में प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा अर्चना के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। पूरे शीतकाल में मां यमुना की पूजा अर्चना खरसाली स्थित यमुना मंदिर हाेगी।

रविवार काे अपराह्न 12 बजकर 5 मिनट पर मां यमुना जी के कपाट विधिविधान के साथ पूजन करने के बाद बंद कर दिए गए।

उद्गम स्थल स्थित उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध धाम यमुनोत्री के कपाट बंद हाेने के बाद पुलिस सुरक्षा के साथ यमुनोत्री से पावनी मां यमुना की डोली ढोल-दमाऊ के साथ शनिदेव महाराज की अगुवाई में खरसाली (खुशीमट्ठ) गांव के लिए रवाना हुई। पूरे शीतकाल के दाैरान श्रद्धालु मां यमुनाजी के दर्शन व पूजा-अर्चना खरसाली स्थित यमुना मंदिर में कर सकेंगे। इस माैके पर क्षेत्रीय विधायक संजय डोभाल, बृजेश तिवारी, पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र भंडारी, कोतवाली बड़कोट दीपक कठैत, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, रावल आशीष उनियाल, महावीर सिंह पंवार और अजय रावत सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 7 लाख 11 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने सुरक्षित तरीके से यमुनोत्री धाम पहुंच कर मां यमुना के दर्शन किये।

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हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल