एसओजी ने कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में वांछित आरोपित को पकड़ा
जयपुर, 28 नवंबर (हि.स.)। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा वर्ष 2020 के पेपर लीक मामले में वांछित चल रहे एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस
एसओजी ने कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में वांछित आरोपित को पकड़ा


जयपुर, 28 नवंबर (हि.स.)। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा वर्ष 2020 के पेपर लीक मामले में वांछित चल रहे एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस और एसओजी वी के सिंह ने बताया कि कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा वर्ष 2020 के पेपर लीक के मामले में फरार वांछित कमलेश कुमार मीणा (39) निवासी गोविंदगढ़ जिला जयपुर ग्रामीण हाल रामगंज जिला अजमेर हाल कर्मचारी रेलवे ग्रुप डी टेक्नीशियन ग्रेड प्रथम कैरिज कारखाना उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर को जयपुर के पानीपेच तिराहा जयपुर से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार कमलेश कुमार मीणा का 29 जनवरी 2024 को न्यायालय की ओर से गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था,जो गत एक वर्ष से फरार चल रहा था। गिरफ्तार आरोपित कमलेश कुमार मीणा पूर्व में गिरफ्तार आरोपित भूपेन्द्र सारण व अनिल कुमार मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा का प्रमुख सहयोगी रहा है। उसके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वह शेरसिंह उर्फ अनिल मीणा के पड़ोसी गांव का रहने वाला है। साथ ही पिताजी की शराब की दुकान पर भूपेंद्र सारण द्वारा महंगी शराब लगातार खरीदने के कारण उससे जान-पहचान हुई थी। भूपेन्द्र सारण भी पहले रेलवे में नौकरी करता था। उसी समय भूपेन्द्र के अनुरोध पर शेरसिंह से जान-पहचान करवाई। कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर प्राप्त करने के लिये भूपेन्द्र सारण द्वारा नया मोबाइल खरीद कर आरोपी कमलेश कुमार मीणा को दिया गया। आरोपित कमलेश कुमार मीणा ने यह मोबाईल शेर सिंह मीणा को दिया। उसी मोबाइल से शेर सिंह मीणा द्वारा भूपेंद्र सारण को भर्ती परीक्षा का पेपर परीक्षा पूर्व वाट्सएप से भेजा गया था। जिसे विभिन्न स्थानों पर परीक्षार्थियों को परीक्षा पूर्व पढ़ाया गया। आरोपित कमलेश कुमार मीणा से अन्य भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के संबंध में पूछताछ के लिए न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमाण्ड लिया जा रहा है। एसओजी ने इससे पूर्व अब तक इस मामले में 35 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश