दक्षिण अफ्रीका टेस्ट के बाद बांग्लादेश की कप्तानी छोड़ सकते हैं नजमुल 
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (हि.स.)। बांग्लादेश के सभी प्रारूपों के कप्तान नजमुल हुसैन के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर चल रही टेस्ट श्रृंखला के समापन के बाद कप्तानी करने की संभावना नहीं है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने फरवरी 2024 में नजमुल को एक
बांग्लादेश के सभी प्रारूपों के कप्तान नजमुल हुसैन


नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (हि.स.)। बांग्लादेश के सभी प्रारूपों के कप्तान नजमुल हुसैन के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर चल रही टेस्ट श्रृंखला के समापन के बाद कप्तानी करने की संभावना नहीं है।

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने फरवरी 2024 में नजमुल को एक साल के लिए सभी प्रारूपों का कप्तान नियुक्त किया था और उम्मीद थी कि वह अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी में टीम की अगुआई करेंगे। हालांकि, नजमुल ने बोर्ड को अपने पद से इस्तीफा देने की सूचना दे दी है और अब बोर्ड अध्यक्ष फारूक अहमद की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं, जो फिलहाल विदेश में हैं और जल्द ही उनके आने की उम्मीद है।

क्रिकबज के अनुसार, बीसीबी के एक शीर्ष अधिकारी ने से इसकी पुष्टि करते हुए कहा, हां, उन्होंने हमें बताया कि वह दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के बाद टीम की कप्तानी करने के लिए तैयार नहीं हैं।

बीसीबी के एक शीर्ष निदेशक उन्हें अपना फैसला बदलने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो इस समय संभव नहीं लगता। पता चला है कि 2024 टी20 विश्व कप के बाद नजमुल ने टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना मन बदल लिया और तीनों प्रारूपों से इस्तीफा देना चाहते थे। पिछले कुछ समय से नजमुल की कप्तानी लंबे समय से खराब फॉर्म में चल रही है, जिसके बाद कई लोगों ने उनकी आलोचना की है।

बीसीबी के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अगर नजमुल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज के बाद टीम की अगुआई करने के लिए राजी नहीं होते हैं, तो बोर्ड टेस्ट और वनडे की कप्तानी मेहदी हसन को सौंप सकता है, जबकि तौहीद ह्रदय टी20 टीम की कमान संभाल सकते हैं।

नजमुल ने नौ टेस्ट मैचों में बांग्लादेश की अगुआई की और तीन जीत तथा छह हारे, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ पहली टेस्ट सीरीज जीत भी शामिल है। उन्होंने जिन नौ वनडे मैचों में बांग्लादेश की अगुआई की, उनमें से छह में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और तीन में जीत मिली। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 24 मैचों में टीम की अगुआई की, जिसमें से 10 में उन्हें जीत मिली।

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे